विश्व व्यापार संगठन (समझौता) WTO
भाषा - हिन्दी
पृष्ठ संख्या - 110
भारत सरकार ने WTO पर 2005 में हस्ताक्षर कर दिये थे । 2005 से लेकर आज तक 18 सालों में WTO के प्रावधानों का प्रभाव हमारी अर्थव्यवस्था पर काफी तेजी से पड़ रहा हैं । अर्थव्यवस्था का उदारवाद लगातार बढ़ रहा हैं यह WTO प्रभावों का ही लक्षण हैं । हालांकि सरकार और पूरा मीड़िया WTO के हो रहे दुष्प्रभावों पर मौन हैं और सरकार एवं मीडिया द्वारा ऐसे दुष्प्रभावों को ढकने की कोशिश भी होती रहती हैं । राजीव भाई ने 2004 में महाराष्ट्र के अमरावती शहर में WTO के होने वाले दुष्प्रभावों के ऊपर व्याख्यान दिया था जो आज भी पूरे देश में जन जागृति फैला रहा हैं । आज राजीव भाई नहीं हैं लेकिन उनका यह व्याख्यान देश के लिए प्रहरी का काम कर रहा हैं ।